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कानपुर महानगर के अलावा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में भी आम जनमानस द्वारा मानव श्रृंखलाओं का निर्माण किया

कानपुर नगर। सोमवार 01नवम्बर 2025 (सूत्र/सूवि/पीआईबी) सूर्य दक्षिरायण, मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष की एकादशी (मोक्षदा एकादशी) शरद ऋतु २०८२ कालयुक्त नाम संवत्सर। श्रीमद्भगवद्गीता वैदिक न्यास के तत्वावधान में आज विगत वर्षो की भांति मार्गशीर्श शुक्ल पक्ष एकादशी श्री गीता जयंती के सुअवसर पर पूर्व निर्धारित विशाल गीता संदेश मानव श्रृंखला का कानपुर महानगर के अलावा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में भी आम जनमानस, छात्रों, युवाओं, व्यवसायियों, श्रृमिकों एवं कर्मचारियों ने मानव श्रृंखलाओं का निर्माण किया।

अत्यन्त उत्साह एवं ऐतिहासिक संख्या में विगत वर्ष से ज्यादा विशाल मानव श्रृंखला का निर्माण कर आध्यात्मिक इतिहास में एक नया प्रतिमान स्थापित करने का कार्य श्रीमद्भगवद्गीता वैदिक न्यास के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की धरती ने किया।

श्रीमद्भगवद्गीता वैदिक न्यास के अध्यक्ष डा0 उमेश पालीवाल द्वारा आयोजित गीता संदेश मानव श्रृंखला के संयोजक श्री कमल त्रिवेदी जी ने बताया कि यह आध्यात्मिक जन आंदोलन आज एक विशाल वट वृक्ष का रूप ले रहा है, गीता जयंती के सुअवसर पर आज प्रांत के जूनियर माध्यमिक, पब्लिक स्कूल, महाविद्यालय एवं तकनीकि संस्थानों सहित विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों एवं औद्योगिक इकाइयों जिन में लघु उद्योग भारती, आई. आई. ए., इण्डियन मेडिकल एसोसियेशन, यू.पी.कोआपरेटिव स्टेट, पी. आई. ए. कानपुर में तथा कानपुर विश्वविद्यालय, एचबीटीयू., सीएसए., मेडिकल कॉलेज के कैम्पसों में तथा अन्य व्यापारिक संगठनों, श्रम समूहों एवं सामाजिक संगठनों ने 1000 से अधिक स्थानों पर विशाल मानव श्रृंखला का निर्माण कर कानपुर से प्रारंभ हुए आध्यात्मिक जनआंदोलन को आज एक दिशा प्रदान कर नया कीर्तिमान स्थापित किया।

श्रीमद्भगवद्गीता वैदिक न्यास के महामंत्री श्री परमानंद शुक्ला जी ने जानकारी देते हुये बताया कि पूरे प्रांत में विभिन्न चौराहों, मार्गाें एवं अपने परिसरों में गीतानुरागियांे की टीम के सहयोग से सफल मानव श्रृृखलाएं बनायी तथा समाज हित में पूर्व निर्देशानुसार चौराहों में एवं व्यस्तम मार्गो में यह भी ध्यान रखने का प्रयास किया की किसी तरह से मार्ग अवरूद्व न हो एवं जन जन का यह आध्यात्मिक आंदोलन विशेष स्थान को प्राप्त करे। न्यास द्वारा प्रारंभ जन आंदोलन इटावा फर्रुखाबाद औरैया कन्नौज, झॅंासी, हमीरपुर, ललितपुर,महोबा, चित्रकूट फतेहपुर के अलावा आगरा, लखीमपुर, लखनऊ, सीतापुर, काशी, प्रयाग, गोरखपुर आदि में भी बड़े उत्साह के साथ मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया।

 गीता ग्रन्थ महान है ! भारत की पहचान है ! जो नर करते गीता गान, उनमें बढ़ते सद्गुण महान !, गॉंव मोहल्ला देश विदेश, फैलाएं गीता संदेश आदि गगनभेदी नारों के साथ गीता के तीन श्लोकों का उच्चारण करते हुये हजारों हजार छात्र/छात्राओं ने विभिन्न प्रकार के हैण्ड आउट्स, बैनर/ पोस्टर लेकर विशाल मानव श्रंखला बनायी। कानपुर नगर के सीबीएसई./ आई.सी.एस.ई. के लगभग 90 विद्यालयों के छात्र/छात्राओं व शिक्षकों में विशेश रूझान रहा तथा बड़े मनोयोग के साथ मानव श्रंृखला का निर्माण किया। इसमें कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 विनय पाठक, एवं राजेश द्विवेदी, सी.डी.सी., जिला विद्यालय निरीक्षक श्री संतोश राय जी कानपुर, बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री सुरजीत सिंह जी, श्री बलविन्दर सिंह कोआर्डिनेटर सीबीएसई. द्वारा अपने विभागों में मानव श्रृंखला निमार्ण हेतु सहयोगात्मक निर्देशों की भी बड़ी भूमिका रही।

मेडिकल कालेज में तथा इण्डियन मेडिकल एसोसियेशन के चिकित्सकों के नेतृत्व में बड़ी मानव श्रंखला बनायी गयी। पीएसआईटी. तथा एक्सिस आदि तकनीकि संस्थानों में भी मानव श्रंखला का निर्माण कर युवकों ने विशेष योगदान दिया। इसके अतिरिक्त अनेक स्थानों में गीता संदेश शोभा यात्रा भी निकाली गयी। गोविन्द नगर चावला मार्केट से सी.टी.आई. चौराहे तक सनातन संगम द्वारा रथों में भगवान श्रीकृष्ण के रूप अर्जुन को उपदेश देते हुये सजावट के साथ बृहद शोभा यात्रा श्री भगत जी सरगोधा वाले, श्री सुरेन्द्र गेरा, द्वारा निकाली गयी।

 बी.एन.एस.डी. शि़क्षा निकेतन इण्टर कालेज में श्री बृजमोहन सिंह प्रधानाचार्य के नेतृत्व में विशाल गीता संदेश मानव श्रृंखला में उपस्थित होकर छात्रों का उत्साहवर्धन किया। दीनदयाल उपाध्याय ई0 कालेज में निर्मित विशाल मानव श्रृंखला बनायी, डा0 उमेश पालीवाल, प्रो0 एच.एन. मिश्रा महाविद्यालय में छात्रों एवं शिक्षकों मध्य श्री सुस्मित मिश्रा प्रबन्ध सहित उपस्थित रहे,श्री परमानन्द शुक्ला रामकृष्ण मिशन विद्यालय, श्री कमल त्रिवेदी ओंकारेश्वर विद्यालय एवं श्री राजीव महाना जी सरस्वती विद्या मन्दिर डिफेन्स कालोनी, युनाईटेड पब्लिक स्कूल, श्री लाडली प्रसाद, श्री मधुरेश तिवारी जी द्वारा 100 से अधिक कारखानों एवं कार्यालयों में लघु उद्योग भारती के बैनर तले विशाल मानव श्रृंखला का निमार्ण किया। डा0 बलराम नरूला जी एवं सरदार हरविन्दर सिंह लार्ड, श्री गुलशल धूपर एवं श्री अरूण पुरी के नेतृत्व में गीतानुरागी जनों ने बड़े उत्साह के साथ गीता पाठ कर मानव श्रंखला बनायी। उक्त आध्यात्मिक आंदोलन में धर्माचार्यों में प्रमुख रूप से स्वामी अरूण भारती जी महाराज,परमट, स्वामी अरूणपुरी जी महाराज, स्वामी रामकृश्ण महाराज, स्वामी जीतेन्द्र महाराज, दण्डीस्वामी रामानन्द आश्रम आदि ने उत्साह के साथ भक्तों को जागरूक कर मानव श्रंखला बनाने में सहयोग किया।मानव श्रंखला बनाने में श्रीमद्भगवतगीता वैदिक न्यास के प्रमुख रूप से डा0 उमेश पालीवाल, परमानन्द शुक्ला, कमल त्रिवेदी,राजीव महाना, बलविन्दर सिंह, के के शुक्ल, डा. यू सी सिन्हा, विनय अजमानी,सुधीर भाई मिश्र, अखिलेश शुक्ला, शैलेश अवस्थी, शिवसागर मिश्रा, आर के त्रिपाठी, राकेश शंकर त्रिपाठी, आदेश पाल, रामबहादुर पाल, सुरेन्द्र गेरा,बृजेन्द्र मक्कर, आशीष शर्मा, उमेश निगम, सुस्मित मिश्रा, अशोक तिवारी, अनिल गुप्ता, आलोक अग्रवाल, विनोद धवन, डा0 हेमन्त मोहन, डा0 संदीप चतुर्वेदी, रामजी बाजपेयी, वेणुरंजन भदौरिया, कालका प्रसाद, अनुपमा चौधरी, डा0 रोजश, सदन तिवारी, डा0 एस.पी. सिंह, उदय सिंह, अनुराग अग्रवाल, आशीष बाजपेयी,डा.चन्दन अग्रवाल, हर्ष त्रिपाठी, महेन्द्र सिंह, सचिन शुक्ला आदि के साथ समिति के अन्य सदस्य तथा शिक्षण संस्थानों के प्रबन्धक एवं प्रधानाचार्य आदि रहे।

बिहार के राज्यपाल महामहिम आरिफ मोहम्मद खान को श्रीमद्भगवद्गीता वैदिक न्यास के अध्यक्ष डा0 उमेश पालीवाल जी ने आगामी राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित करते हुये ज्ञापन सौंपा

डा0 पालीवाल जी ने बताया कि न्यास विगत पॉच वर्षों से सभी भगवदप्रेमी पदाधिकारियों एवं सदस्यगणों के निरन्तर सहयोग से गीता के संदेश को आम जनमानस में पहुॅचाकर ”आत्मोत्थान से राष्ट्रोत्थान“के उद्देश्य को परिपूर्ण करने में संलग्न है, आगे भी इस अभियान को और व्यापकता प्रदान की जायेगी। बिहार के महामहिम राज्यपाल जी को भी बिहार प्रांत में गीता के प्रसार हेतु ज्ञापन सौपा गया है।

श्रीमद्भगवद्गीता वैदिक न्यास का प्रमुख उद्देश्य बाल मन में गीता के संस्कार पल्लवित करने जिससे बच्चों में तनाव दूर हो, जीवन में सफलता, अनुशासन, उच्च आर्दश एवं संस्कारों का सूत्रपात्र हो । आगामी योजनाओं में भारतीय नववर्ष पर भी बृहद गीता संदेश यात्राऐं निकाली जायेगी।

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