फरीदाबाद से निकलती यात्रा के समय फरीदाबाद की छापेमारी में बड़ी मात्रा में विस्फोटक भी पकड़ा गया। यात्रा में फिल्मी सितारे सुप्रसिद्ध कथा वाचक दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अन्य राजनेता यात्रा में सम्मिलित हुए इस यात्रा के काल खंड में बिहार का चुनाव हुआ और एनडीए पुनः भारी मतों से जीती दिल्ली के लाल किले में विस्फोट भी हुआ कुल मिलाकर देश में काफी उथल-पुथल था और यात्रा सुरक्षित संपन्न हुई यह प्रभु की, बागेश्वर धाम की महिमा है और धीरेंद्र शास्त्री जी का भक्ति भाव देश और सनातन के प्रति समर्पण ही कहा जाएगा।
इस यात्रा से लाखों भक्तों के हृदय में भक्ति की नई लौ जली प्रभु पर विश्वास दृढ़ हुआ है यही सनातन की शक्ति है वास्तव में देखा जाए तो यही सनातन का उदय है।बाला जी के संग बाँके बिहारी मिलन समारोह का भव्य शुभारंभ! वृंदावन की आलौकिक धरा पर संतसमाज, महात्माओं और लाखों सनातनियों की दिव्य उपस्थिति में पूज्य सरकार ने मंगलाचरण किया। भक्तिमय पदयात्रा, जयघोष, हरिद्वनि और आध्यात्मिक ऊर्जा से वातावरण गूंज उठा। सनातन एकता, धर्म-सम्मान और भक्ति-पथ पर चलने का प्रेरक संदेश देते हुए कार्यक्रम की शुरुआत ऐतिहासिक बनी। लाखों भक्तों के हृदय में भक्ति की नई लौ जली यही सनातन की शक्ति है, यही सनातन का उदय है।
पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था सप्तम दिवस के “सनातन एकता पदयात्रा” में..करीब 4000 पुलिस बल हरियाणा यूपी बॉर्डर पर गुरुदेव जी के सिक्योरिटी में तैनात…
बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा के छठवां दिन हरियाणा के पलवल जिले के गांव खटेला सराय में अचानक तबीयत बिगड़ने से धीरेंद्र शास्त्री सड़क पर ही लेट गए। 100 डिग्री से ज्यादा बुखार होने पर डॉक्टर ने दो दिन के आराम की सलाह दी। लेकिन, दवा खाकर थोड़ी देर आराम करने के बाद उन्होंने फिर से यात्रा शुरू कर दी। यह जज्बा देखकर यात्रियों में जोश का संचार हो गया। और सभी धीरेन्द्र शास्त्री के साथ पदयात्रा के लिए चल पड़े। हालांकि अभी भी उनकी तबियत में सुधार नहीं है।
सनातन एकता पदयात्रा के प्रमुख संकल्प
श्री बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर, पूज्यनीय श्री बागेश्वर धाम सरकार, श्री कात्यायनी शक्ति पीठ, छत्तरपुर मंदिर, दिल्ली से श्री बांके बिहारी मंदिर, वृन्दावन की पदयात्रा पिछले 10 दिनों से बड़े ही उत्साह और जय घोष के साथ आज 16 नवंबर दिन रविवार की शाम को संपन्न हो गई इस अवसर पर धीरेंद्र शास्त्री के गुरुदेव ने पुनः एक घोषणा की कि अबकी बार दिल्ली से कश्मीर को पदयात्रा की जाएगी इस अवसर पर देश के जाने-माने साधु समाज और लाखों सनातनी हिंदू होने पर गौरवान्वित कर रहा थे।
पूज्य बागेश्वर धाम सरकार के इस यात्रा के संकल्प निम्लिखित हैं-
- समाज में समरसता स्थापित हो।
- भारत एक गौरवशाली हिन्दू राष्ट्र बने।
- मां यमुना स्वच्छ और सुन्दर बहे।
- ब्रजधाम क्षेत्र मांस और मदिरा से पूर्णतः मुक्त हो।
- गौ माता को राष्ट्र माता का सम्मान मिले तथा गौ अभ्यारण्य की स्थापना हो।
- प्राचीन वृंदावन पुनः स्थापित हो, वहां के मंदिर और रज सुरक्षित रहे।
- श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण हो।
"श्री बागेश्वर बालाजी का श्री बांके बिहारी से मिलन"
श्री बागेश्वर बालाजी सरकार के भक्तों एवं समस्त सनातनी भाई-बहनों, आप सभी के लिए यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि श्री बागेश्वर बालाजी सरकार की असीम अनुकंपा, पूज्यपाद संन्यासी बाबा की कृपा एवं दादा गुरुजी महाराज की प्रेरणा से हम एक बार फिर भारत में व्याप्त जाति-पाति और ऊँच-नीच के भेदभाव को समाप्त करने तथा समस्त सनातनियों में एकता स्थापित करने के संकल्प के साथ पदयात्रा पर निकल रहे हैं।
इस बार की पदयात्रा केवल सनातनियों के बीच एकता ही नहीं स्थापित करेगी, बल्कि बालाजी के भक्तों और ब्रजवासियों का दिव्य मिलन भी कराएगी।
पदयात्रा का शुभारंभ
शुकवार 7 नवंबर को छतरपुर, दिल्ली स्थित कात्यायनी शक्ति पीठ मंदिर से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी को 10 दिन पैदल यात्रा कर आज रविवार शाम 16 नवंबर, श्री बांके बिहारी लाल जी के मंदिर, वृंदावन में एक विशाल जनसभा के जय घोष के साथ संपन्न हुई।यह पदयात्रा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि भारत को जातिभेद से मुक्त करने और एक सशक्त, आत्मनिर्भर एवं विश्वगुरु राष्ट्र बनाने का सामूहिक संकल्प है। हमें पूरा विश्वास है कि यह यात्रा भारत के लिए एक ऐतिहासिक घटना सिद्ध होगी।
इसके माध्यम से समस्त विश्व में सनातन एकता और जागृति का संदेश जाएगा। यह यात्रा एक ओर सनातन के विरुद्ध षड्यंत्र रचने वालों को स्पष्ट संदेश देगी और दूसरी ओर हमारे सनातनी भाई-बहनों को सुरक्षा, एकजुटता और आत्मबल प्रदान करेगी।बागेश्वर बाबा ने कहा कि मेरे प्यारे सनातनियों अब समय आ गया है जब भारत का प्रत्येक सनातनी अपने दोनों भुजा उठाकर सिंह के समान गर्जना करे और धर्म एवं संस्कृति की रक्षा के लिए आगे बढ़े। आपकी एकता ही भारत को हिंदू राष्ट्र बनाएगी, और यही सामूहिक शक्ति भारत को पुनः विश्वगुरु बनाएगी। पदयात्रा में सम्मिलित होने हेतु ऑनलाइन एवं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई ताकि इस पदयात्रा में बड़ी संख्या में लोग सम्मिलित हो सके।





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