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सीएसजेएमयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज में गुरु तेगबहादुर शोधपीठ स्थापित की जाएगी

सिक्ख गुरुओं के त्याग से सुरक्षित है सनातन धर्म- प्रोफेसर विनय कुमार पाठक

कानपुर नगर। रविवार 09नवम्बर 2025 (सूत्र/संवाददाता) सूर्य दक्षिरायण, मार्गशीर्ष मास कृष्ण पक्ष की चतुर्थी शरद ऋतु २०८२ कालयुक्त नाम संवत्सर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के सीनिट हॉल में गुरु सिंह सभा कानपुर के तत्वावधान में एक भव्य बुद्धिजीवी सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम की गुरु तेगबहादुर के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। सुप्रसिद्ध गायिका गुंतास ने सबद पाठ पेश किया।

सम्मेलन में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि “गुरु तेगबहादुर शोधपीठ सेवा, सुमिरन और सहयोग का पर्याय बनेगी।” उन्होंने कहा कि सिक्ख गुरुओं के त्याग और बलिदान ने न केवल मानवता की रक्षा की बल्कि सनातन धर्म को भी सुरक्षित रखा।

इस अवसर पर यह घोषणा भी की गई कि विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज में गुरु तेगबहादुर शोधपीठ की स्थापना की जाएगी, जहां गुरु परंपरा, दर्शन, साहित्य और त्याग की भावना पर शोध कार्य किए जाएगा। कार्यक्रम के संयोजक एवं पूर्व एमएलसी सरदार कुलदीप सिंह ने बताया कि आगामी 25 नवंबर 2025 को गुरु तेगबहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक को सम्मानित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यह शोधपीठ भावी पीढ़ी को गुरु तेगबहादुर जी के आदर्शों और मानवीय मूल्यों से जोड़ने का कार्य करेगी। कार्यक्रम में अनेक विद्वानों, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भाग लेकर गुरु परंपरा के आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति मनप्रीत सिंह, पनकी हनुमान मंदिर के महंत, बाबा सिद्धनाथ धाम के महंत अरुण चैतन्य पुरी, तेजिंदर पाल सिंह, निर्मल सिंह, हरपाल जग्गी, सिमरनजीत सिंह, कुलदीप सिंह, स्कूल ऑफ़ लैंग्वेजेज के निदेशक डॉ सर्वेश मणि त्रिपाठी, हिन्दी विभाग के प्रभारी डॉ श्रीप्रकाश, पत्रकारिता. विभाग से डॉ ओम शंकर गुप्ता, जसबीर कौर, परमवीर सिंह, डॉ जगदीप सिंह, डॉ प्रतिपाल सिंह, डॉ मनप्रीत, सरदार निर्मल सिंह और जसवीन कौर  सहित. सिक्ख समुदाय के कई गणमान्य सदस्य. उपस्थित रहे।

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