अजीतमल औरैया। रविवार 10अगस्त 2025 (सूत्र/दीपक अवस्थी) सूर्य दक्षिरायण, भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा वर्षा ऋतु २०८२ कालयुक्त नाम संवत्सर। औरैया जनपद के सीएचसी अजीतमल में ब्लॉक प्रमुख रजनीश पांडे की अध्यक्षता में फाइलेरिया मुक्ति अभियान का फीता काट कर शुभारंभ किया गया। फाइलेरिया उन्मूलन को सफल बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को दवा सेवन के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी 32 परिवेक्षक 188 टीमों के साथ घर घर जाकर अपने सामने दवा खिलाने का कार्य करेंगे।
दवा का उपयोग गर्भावती महिलाएं, 2 वर्ष से छोटे बच्चे तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी लोगों को दवा का सेवन करना अनिवार्य है।यह दवा साल में एक बार ही खानी है जो पूर्णतया निःशुल्क खिलाई जाएगी!
अधीक्षक डॉ अशोक राय ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि फाइलेरिया एक असाध्य रोग है जब कोई व्यक्ति फाइलेरिया रोग से संक्रमित हो जाता तो आगे चलकर यह बीमारी विकलांगता का रूप धारण कर लेती है और उस व्यक्ति का जीवन कष्ट मय हो जाता है इस रोग का वाहक मादा क्यूलेक्स नामक मच्छर होता है जो फाइलेरिया रोग से संक्रमित व्यक्ति को काट लेता है और संक्रमित व्यक्ति का काटते समय खून चूस लेता है उसके पेट में खून के साथ ही संक्रमित व्यक्ति के परजीवी पहुंच जाते है अधिकतर यह मच्छर रात के समय व्यक्ति को काटता है और उस व्यक्ति को संक्रमित कर देता है फाइलेरिया रोग को आम बोलचाल की भाषा में हाथीपांव के नाम से भी जाना जाता है इस रोग के निम्न लक्षण होते है जैसे- हाथ-पैर में सूजन आ जाना, महिलाओं के स्तन व गांठ शरीर में छोटी- छोटी मांस की गांठ पड़ जाना, हाइड्रोसील हो जाना इन लक्षणों में हाइड्रोसील का तो इलाज संभव है, लेकिन शरीर में अन्य जगह की फाइलेरिया बीमारी का ईलाज नहीं है इसका केवल बचाव ही एक मात्र उपाय है।
इस अवसर पर जिला मंत्री अवनीश त्रिपाठी,अधीक्षक डॉ अशोक राय, डॉ उत्कर्ष सरकार, संदीप सेंगर चीफ फार्मासिस्ट, नोडल जितेंद्र सिंह बी सी पी एम, अनिल कुमार स्वस्थ परिवेक्षक, मनीष त्रिपाठी आदि कर्मचारी मौजूद रहे।
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