लखनऊ। सोमवार 07जुलाई 2025 (सूत्र/सूवि/पीआईबी) सूर्य उत्तरायण, आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष की द्वादशी, वर्षा ऋतु २०८२ कालयुक्त नाम संवत्सर। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गंभीर कुपोषण के उन्मूलन हेतु संचालित राज्यव्यापी संभव अभियान के पाँचवें संस्करण संभव 5.0 (2025) का भव्य शुभारंभ आज रेनेसॉ होटल लखनऊ में किया गया।
महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से आयोजित इस आयोजन में प्रदेश में बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं के पोषण स्तर में गुणात्मक सुधार लाने के संकल्प को और प्रबल किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश की माननीय कैबिनेट मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य एवं राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिभा शुक्ल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर मंच पर अनेक विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख सचिव श्रीमती लीना जौहरी, सचिव श्रीमती बी. चंद्रकला, यूनिसेफ उत्तर प्रदेश के सीएफओ श्री ज़कारी एडम, परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक डॉ. दिनेश कुमार एवं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार निदेशक श्रीमती सरनीत कौर ब्रोका आदि की उपस्थिति रही। सभी गणमान्य अतिथियों को स्मृति चिह्न स्वरूप पौधे भेंट किए गए, जो हरित व स्वस्थ भविष्य की प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं।
संभव अभियान, जिसकी शुरुआत वर्ष 2021 में हुई थी, अब तक चार सफल संस्करणों में समयबद्ध सुधार, नवाचार आधारित हस्तक्षेप, और विभागीय समन्वय के माध्यम से राज्य में बाल पोषण को लेकर उल्लेखनीय उपलब्धियाँ अर्जित कर चुका है। संभव 5.0 का मुख्य उद्देश्य गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की समय पर पहचान एवं समुचित उपचार सुनिश्चित करना, ’छह माह, सात बार’ रणनीति को प्रभावी ढंग से लागू करना, और गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के पोषण की नियमित निगरानी करना है। यह चरणबद्ध प्रयास जुलाई से सितंबर 2025 तक चलेगा, जिसमें प्रत्येक माह को एक समर्पित थीम दी गई है। जुलाई में मातृ पोषण, अगस्त में 0-6 माह के शिशुओं पर विशेष ध्यान, और सितंबर में ऊपरी आहार एवं पोषण माह।इस अवसर पर संभव 4.0 (2024) के अंतर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रदेश के शीर्ष पाँच जिलों एवं आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिभा शुक्ल ने सभी सहयोगी विभागों, विकास साझेदारों, यूनिसेफ को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि ’कोई भी बच्चा कुपोषित न रहे-यह सिर्फ एक लक्ष्य नहीं, हमारा साझा संकल्प है।’ उन्होंने पूरक आहार व वृद्धि निगरानी से संबंधित वीडियो व 12-पृष्ठीय पुस्तिका के निर्माण हेतु सहयोगी संस्थाओं के प्रति आभार व्यक्त किया, और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ’विकसित भारत’ के विजन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में धरातल पर उतारने का कार्य पूरी निष्ठा से किया जा रहा है।
कैबिनेट मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने अपने उद्बोधन में कुपोषण के पीढ़ीगत चक्र को तोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों, गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं की सतत निगरानी, रीयल टाइम डाटा कैप्चरिंग, और मजबूत विभागीय समन्वय से ही इस अभियान को सतत सफलता मिल सकती है। उन्होंने आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों के समर्पण की सराहना करते हुए उन्हें प्रेरित किया कि वे अपने अनुभवों को प्रेस एवं समाज के साथ साझा करें, ताकि ये प्रयास सामूहिक जनजागरूकता का माध्यम बन सकें।
कार्यक्रम के अंत में विकसित पूरक आहार और वृद्धि निगरानी पर आधारित शैक्षणिक वीडियो तथा यूनिसेफ द्वारा तैयार की गई 12-पृष्ठीय उपयोगी पुस्तिका का लोकार्पण किया गया। संभव 5.0 न केवल एक प्रशासनिक पहल है, बल्कि यह मातृ एवं बाल पोषण को लेकर उत्तर प्रदेश की जन-नीति में एक स्थायी और सशक्त परिवर्तन की दिशा में निर्णायक कदम है।
इस अवसर पर प्रदेश के समस्त जनपदों के जिला कार्यक्रम अधिकारी, पुरस्कृत आंगनबाड़ी कार्यकत्री आदि की उपस्थिति रही।
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