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डॉक्टर्स डे" पर आई.एम.ए. कानपुर शाखा द्वारा, विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

कानपुर नगर। मंगलवार 01जुलाई 2025 (सूत्र/संवाददाता) सूर्य उत्तरायण, आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी, वर्षा ऋतु २०८२ कालयुक्त नाम संवत्सर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कानपुर शाखा द्वारा, राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (Doctors' Day) के पावन अवसर पर, एक दिवसीय सामाजिक, पर्यावरणीय एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शृंखला आयोजित की गई।

इस आयोजन का उद्देश्य चिकित्सा क्षेत्र के प्रति समर्पण दिखाने वाले डॉक्टरों को सम्मानित करना और समाज में स्वास्थ्य एवं सेवा की भावना को प्रोत्साहित करना रहा। भारत में "डॉक्टर्स डे" हर साल 1 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन महान चिकित्सक, शिक्षाविद् और समाजसेवी, डॉ. बिधान चंद्र रॉय की स्मृति में मनाया जाता है, जिनका जन्म और निधन दोनों ही 1 जुलाई को हुआ था। वे भारत के सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सकों में से एक थे और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री भी रहे। उन्हें चिकित्सा एवं सार्वजनिक सेवा में अतुलनीय योगदान के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

डॉ. रॉय ने भारतीय चिकित्सा पद्धति को एक नई दिशा दी और चिकित्सा को समाज सेवा से जोड़ने का कार्य किया। उनके जीवन और कार्यों को श्रद्धांजलि देने हेतु भारत सरकार द्वारा 1991 से हर वर्ष 1 जुलाई को "राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस" के रूप में मनाने की परंपरा शुरू की गई।"डॉक्टर्स डे" पर आई.एम.ए. कानपुर शाखा द्वारा, विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए जो इस प्रकार रहे।

प्रथम रक्तदान शिविर (प्रातः 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक)

आई.एम.ए. परिसर में, आयोजित रक्तदान शिविर का उद्घाटन, आई.एम.ए. कानपुर की अध्यक्ष, डॉ. नंदिनी रस्तोगी, द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री नरेंद्र शर्मा, निदेशक - तिरंगा अगरबत्ती, ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने कहा कि "चिकित्सक न केवल जीवन रक्षक होते हैं, बल्कि समाज को दिशा देने वाले भी हैं। रक्तदान उनके द्वारा दिए जाने वाले उपहारों में से एक अहम प्रेरणा है।

इस् अवसर पर, आई.एम.ए. दानशील रक्त केंद्र के सह-अध्यक्ष डॉ. बृजेन्द्र शुक्ला, आई.एम.ए. दानशील रक्त केंद्र के संयोजक डॉ. शशिकांत मिश्रा एवं तिरंगा अगरबत्ती के निदेशक, पंडित नरेंद्र शर्मा और उनकी टीम ने रक्तदान कर अन्य लोगों को प्रोत्साहित किया।

शिविर में बड़ी संख्या में डॉक्टर, मेडिकल छात्र, समाजसेवी व आम नागरिकों ने भाग लिया और कुल 114 यूनिट रक्त एकत्र किया गया।

इस् अवसर पर, आई.एम.ए. कानपुर के सचिव डॉ. विकास मिश्रा, रक्तदान शिविर समन्वयक, डॉ. शिवकांत मिश्रा, डॉ. नीलम मिश्रा एवं सामुदायिक कल्याण उप-समिति के अध्यक्ष, डॉ. वी. सी. रस्तोगी, प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

द्वितीय वृक्षारोपण कार्यक्रम

रक्तदान के बाद पर्यावरण संरक्षण को समर्पित "एक वृक्ष, अनेक जीवन" के मूलमंत्र को आत्मसात करते हुए आई.एम.ए. परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित हुआ चिकित्सकों ने अपने हाथों से पौधे लगाकर यह संदेश दिया कि डॉक्टर जीवनदाता हैं – चाहे वह मानव जीवन हो या पर्यावरण। इस दौरान विभिन्न औषधीय, छायादार एवं फलदार पौधों का रोपण किया गया।

तृतीय भजन संध्या एवं सम्मान समारोह

रात्रिकालीन कार्यक्रम के रूप में एक भव्य भजन संध्या आयोजित की गई, जिसमें आचार्य योगेश जी महाराज (अयोध्या धाम से) और उनकी टीम के द्वारा आध्यात्मिक भजन प्रस्तुति दी गई। भजनों की मधुर स्वर लहरियों ने उपस्थित जनसमूह को भक्ति रस में सराबोर कर दिया।

आई.एम.ए. सचिव, डॉ. विकास मिश्रा द्वारा, डॉ. बी. सी. रॉय का जीवन परिचय और राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस समारोह का इतिहास प्रस्तुत किया गया।

इसके पश्चात् चिकित्सा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले डॉक्टरों व समाजसेवियों को आई.एम.ए. कानपुर की अध्यक्ष डॉ नंदिनी रस्तोगी एवं आई.एम.ए. कानपुर के सचिव, डॉ. विकास मिश्रा ने सम्मानित किया गया। आई.एम.ए. द्वारा चयनित डॉक्टरों को “उत्कृष्ट सेवा सम्मान” से नवाजा गया, जिनमें वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ युवा डॉक्टर भी शामिल रहे।

आई.एम.ए. कानपुर की अध्यक्ष डॉ नंदिनी रस्तोगी ने कहा:“डॉक्टर्स डे केवल चिकित्सकों को सम्मानित करने का दिन नहीं है, बल्कि यह समाज के प्रति उनके योगदान को याद करने और स्वास्थ्य सेवा के मूल्यों को पुनः स्वीकारने का अवसर है, आई.एम.ए. कानपुर इस परंपरा को हर वर्ष और अधिक जनसहभागिता के साथ निभाता रहेगा।”

कार्यक्रम का संचालन, आई.एम.ए. कानपुर के वित्त सचिव डॉ. दीपक श्रीवास्तव, डॉ. अंतरा देबरॉय और डॉ. क्षमा शुक्ला द्वारा किया गया l कार्यक्रम के अंत में पूर्व अध्यक्ष एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बृजेन्द्र शुक्ला द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।

इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में डॉक्टर एवं समाज के प्रबुद्ध नागरिक सम्मलित हुए।

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