इन 15 जनपदों में एटा, हाथरस, कासगंज, अमरोहा, सम्भल, बागपत, बुलन्दशहर, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, मेरठ, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर एवं शामली के जिला निर्वाचन अधिकारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री रिणवा ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया कि मतदाता सूची शुद्ध रखी जाय, इसके लिए नियमित रूप से पात्र नये मतदाताओं को जोड़े जाये। ईआरओ नेट के माध्यम से मतदाता सूची में मृतक मतदाताओ एवं शिफ्टिेड मतदाताओं को सूची से हटाने की कार्यवाही नियमानुसार की जाय। बीएलओ एप्प की समीक्षा करते हुए बीएलओ द्वारा की जा रही प्रविष्टियों की मानीटरिंग भी की जाय। मतदाता सूची से संबंधित प्रत्येक कार्य को पूर्ण पारदर्शिता एवं त्रुटिरहित रूप से संपादित किया जाए।
उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की नये गाइडलाइंस के अनुसार बीएलओ की नियुक्ति की जाय। मतदेय स्थलों का युक्तिसंगत संभाजन, आवश्यकतानुसार शिफ्टिंग की जाए। पोलिंग बूथ मे 1200 मतदाताओं की संख्या नियत होने से नये पोलिंग बूथ बनाने की कार्यवाही की जाय। पोलिंग बूथ बढ़ने से मतदाताओं को अपने नजदीक ही मतदान करने एवं समय की बचत होंगी। पोलिंग बूथो मे आवश्यक मूलभूत सुविधायें सुनिश्चित हो, इसका विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने कहा कि जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा राजनैतिक दलों के साथ बैठकें एवं वेयर हाउस का नियमित निरीक्षण किया जाए।मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने प्रशिक्षण के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदाता सूची अपडेट के सम्बन्ध में तथा निर्वाचन के समय उनके दायित्व एवं कर्तव्य और व्यावहारिक फील्ड की जिम्मेदारियां का बोध कराया गया। साथ ही ईआरओ नेट पोर्टल एवं बीएलओ एप के संबंध में आधारभूत एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान मतदाता सूची की शुद्धता पर विशेष ध्यान दिये जाने का, सावधानियां बरतने एवं नियमों का पालन करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी चूंिक पूर्व में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। वे एईआरओ, बीएलओ सुपरवाइजर को प्रशिक्षित करे तथा उनके माध्यम से छोटे-छोटे समूहों में बीएलओ को प्रशिक्षित कराये। वोटर सर्विस पोर्टल एवं वोटर हेल्पलाइन एप के बारे में भी जानकारी दी गयी। प्रशिक्षण के उपरांत प्रश्नोत्तरी सत्र में सभी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रथम चरण में 15 जिलों के निर्वाचन अधिकारियों के प्रशिक्षण के बाद अगले चरण वाराणसी और लखनऊ में जिला निर्वाचन अधिकारियों को प्रशिक्षण दिलाया जायेगा। 75 जनपदों के जिला निर्वाचन अधिकारियों के प्रशिक्षण के बाद एक मूल्यांकन भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य निर्वाचन से जुड़े सभी अधिकारियो एवं कर्मचारियों को सही जानकारी हो, जिससे उन्हें कार्य करने मे कोई दुविधा या परेशानी न हो। इसके साथ ही वोटर लिस्ट शुद्ध हो, जिससे मतदाताओ को मतदान करने में कोई असुविधा न हो।
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