कानपुर नगर। रविवार 15जून 2025 (सूत्र/संवाददाता) सूर्य उत्तरायण, आषाढ़ मास कृष्ण पक्ष की चतुर्थी, ग्रीष्म ऋतु २०८२ कालयुक्त नाम संवत्सर। तक्षशिला सांस्कृतिक संस्था द्वारा एक अंतराल के बाद प्रस्तुत नाटक "अरे शरीफ लोग" दर्शकों के लिए मनोरंजन और हँसी की सौगात लेकर आया।
शास्त्री भवन, खलासी लाइंस में आयोजित इस नाटक ने परिस्थितिजन्य हास्य और सामाजिक व्यंग्य के माध्यम से श्रोताओं को न केवल गुदगुदाया बल्कि एक सकारात्मक संदेश भी छोड़ा कि कैसे आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में भी रिश्तों की मिठास और सरलता में हास्य छिपा होता है।
नाटक की कहानी एक सामान्य रिहायशी बिल्डिंग में रहने वाले अधेड़ पुरुषों और उनकी शक्की पत्त्रियों के इर्द-गिर्द घूमती है। जब बिल्डिंग की निचली मंजिल पर एक आकर्षक युवती चंदा किरायेदार बनकर आती है, तो बिल्डिंग के चार पुरुष अनोखेलाल, पंडित सीताराम, मास्टर बिहारी लाल और डॉ. घटक-उसे रिझाने की अजीबोगरीब कोशिशें करने लगते हैं। उनकी पत्नियाँ उन्हें रोकने का भरसक प्रयास करती हैं, किंतु हालात उनके काबू से बाहर हो जाते हैं। इस पूरी हास्यप्रद स्थितियों को और पेचीदा बना देता है गोपी, जो सभी पुरुषों के मन में यह भ्रम पैदा कर देता है कि चंदा सिर्फ उन्हीं से प्रेम करती है। घटनाओं के क्रम में जो हास्य और हंगामा उत्पन्न होता है, वह दर्शकों को अंत तक बांधे रखता है।
इस रोचक नाट्य प्रस्तुति में कामेश सेठी (पंडित सीताराम), रवि श्रीवास्तव (अनोखेलाल), अभिषेक बाजपेई (डॉ. घटक), योगेन्द्र श्रीवास्तव (मास्टर बिहारी लाल), सौरभ सिंह परमार (गोपी), तेजस्विनी (चंदा), अर्पिता सिंह (लक्ष्मी), रीना मिश्रा (सरला जी), अनीता श्रीवास्तव (कलावती) और सूत्रधार की भूमिका में कुलदीप नारायण मिश्रा ने अपने-अपने किरदारों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया।विशेष उल्लेखनीय यह रहा कि अर्पिता सिंह एवं रीना मिश्रा का यह रंगमंच पर पहला अवसर था, जिसे उन्होंने अत्यंत आत्मविश्वास और प्रभावी अभिनय से निभाया। नाटक की मूल रचना प्रसिद्ध मराठी लेखक जयवंत दलवी द्वारा की गई थी, जिसका हिंदी रूपांतरण विजय बापट ने किया। इस पूरे नाट्य समारोह की परिकल्पना, संपादन, पुनर्लेखन एवं निर्देशन वरिष्ठ रंगकर्मी डॉ. राजेन्द्र वर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रो. (डॉ.) इन्द्र मोहन रोहतगी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, साथ ही आलोक मिश्रा, नौशाद आलम मंसूरी, दीपक मालवीय, प्रकाश भरतिया और श्याम बाबू गुप्ता जैसी जानी-मानी हस्तियाँ भी मौजूद रहीं।
मीडिया प्रभारी मदन मोहन शाक्य ने बताया कि इस सफल आयोजन के प्रस्तुतीकर्ता संस्था के महामंत्री सुरेश आर्य और कोषाध्यक्ष रवि वर्मा थे, जिनके कुशल प्रबंधन से कार्यक्रम पूरी तरह से व्यवस्थित और सराहनीय रहा।
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