शोभा यात्रा का आयोजन अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा कानपुर की अगुवाई में किया गया। इस यात्रा में अन्य पिछड़ा वर्ग एवं दलित समुदाय के कई संगठनों के तमाम लोगों ने भी भाग लिया।
सैकड़ों कारों, बाइकों सहित शोभा यात्रा रथ के साथ काफिला अपने निर्धारित मार्ग पर शांति के साथ विश्वविद्यालय की ओर चला। मार्ग में जगह-जगह पर लोगों ने शाहू जी महाराज का जयघोष करते हुए पुष्प वर्षा की। शोभा यात्रा के विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचने के बाद छत्रपति शाहू जी महाराज की आदमकद मूर्ति पर भव्य माल्यार्पण एवं पुस्तक विमोचन कार्यक्रम संपन्न हुआ। यहां मुख्य अतिथि पूर्व सांसद राजा राम पाल एवं पूर्व प्रशासनिक अधिकारी कमलेश कटियार ने शाहू जी के जीवन और सामाजिक उन्नयन के कार्यों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर शिवा जी विश्वविद्यालय कोल्हापुर महाराष्ट्र की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ पद्मा पाटिल द्वारा शाहू जी महाराज के जीवन पर लिखी गई पुस्तक ऋतु आए फल होए का सार्वजनिक विमोचन किया गया।
कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष प्रदीप कटियार के साथ डॉ अनिल कटियार, कैलाश उमराव, जे एन कटियार, शैलेन्द्र पटेल, फूल चन्द्र उमराव काका, शशिकांत सचान, पावेन्द्र पटेल, क्रांति कुमार कटियार, श्रीमती सुमन कटियार, गीता पटेल, प्रो वी एन पाल, पवन कुमार वर्मा, इंजीनियर अतुल सचान, प्रभात सिंह वर्मा, सोहित कटियार, मो अकरम अंसारी, डॉ यशवंत कटियार, क्षेदा लाल शास्त्री, मनोज कटियार, नरेंद्र नाथ उमराव, जितेंद्र सचान, नीरजा कटियार, सविता उत्तम, ममता सचान, प्रीति पटेल, रश्मि सचान, अभिषेक कटियार, मोहित सचान, सुरेश सचान, राजेन्द्र सिंह विद्यार्थी,अरविंद उमराव, सुनील कटियार, राजेश आजाद, संदीप उत्तम, अंशुल पटेल, राम आसरे कटियार सागर, बेनी सचान, राजेन्द्र वर्मा, सुरेंद्र सचान सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे। शाहू जी महाराज प्रतिमा स्थल और पार्किंग के आसपास भीषण गंदगी और दुर्गंधयुक्त स्थिति पर मौजूद प्रबुद्ध लोगों ने नाराजगी जताई और विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही के विरुद्ध नारेबाजी की तब जाकर कुछ सफाई कर्मियों को भेजा गया। समाज के प्रबुद्ध लोगों ने इसे छत्रपति शाहू जी का अपमान बताया और प्रदेश शासन और कुलाधिपति से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
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