Customised Ads
जगन्नाथ यात्रा 8 घंटे स्थगित रही, दरोगा के निलंबन पर यात्रा निकली

कानपुर नगर। शुक्रवार 27जून 2025 (सूत्र/संवाददाता) सूर्य उत्तरायण, आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष की द्वितीय, वर्षा ऋतु २०८२ कालयुक्त नाम संवत्सर। जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर कानपुर में भी जगन्नाथ यात्रा पिछले ढाई सौ वर्षो से लगातार निकली जा रही है आज जगन्नाथ यात्रा निकालने के कालखंड में पनकी महंत कृष्णा दास जी से बादशाही नाका थाना प्रभारी की अभद्रता का मामला सामने आया जिस पर संत समाज रूठ गया और वह धरने पर बैठ गया। 

बीच बराबर और मनाने के लिए एमएलसी सलिल बिश्नोई भाजपा नेता सुरेश अवस्थी क्षेत्रीय विधायक अमिताभ बाजपेई सहित भगवान जगन्नाथ के सैकड़ो भक्त सनातनी और नयागंज व्यापार मंडल के पदाधिकारी और जनता घटनास्थल पर उपस्थित रहे।

संत से की गई अभद्रता का मामला यहां तक तूल पकड़ा कि संतों ने कह दिया की रात्रि 8:00 बजे तक नयागंज चौराहे पर हम लोग प्रतीक्षा करेंगे यदि दोषी थाना प्रभारी दरोगा को निलंबित नहीं किया गया तो जगन्नाथ यात्रा भी नहीं निकलेगी और हम संत लोग शरीर यहीं पर छोड़ देंगे यहां पर बताना चाहेंगे पूर्व में रामनवमी के उपलक्ष में रावतपुर स्थित रामलाल मंदिर से भगवान श्री राम की शोभा यात्रा वर्षों से निकलती हैं जो इस वर्ष नहीं निकल पाई थी प्रकरण साउंड लाउडस्पीकर  को लेकर था और अब दूसरा प्रकरण जगन्नाथ यात्रा में भी साउंड न लगाने को लेकर है इन संदर्भों को लेकर जनता में काफी रोश देखा गया रात होते-होते अधिकारियों की नेताओं की कई चक्र में बात हुई अंततोगत्वा व्यापारी नेता विनोद गुप्ता व अन्य लोगों ने मुख्यमंत्री योगी जी को इस प्रकरण की जानकारी दें मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद थाना प्रभारी दरोगा को निलंबित करने की बात कही गई उसके उपरांत भगवान जगन्नाथ मंदिर में भगवान जी की आरती हुई और आरती के बाद शोभा यात्रा निकाली गई।

पूरी की जगन्नाथ यात्रा में गजराज अनियंत्रित हो गए जिसके कारण यात्रा कुछ देर के लिए बाधित रही बाद में वन विभाग अधिकारियों ने नियंत्रित किया वहीं पर कानपुर की जगन्नाथ यात्रा में संत से अभद्रता के मामले में 5 घंटे रथ यात्रा बाधित रहिए।

धरना प्रदर्शन आदि में 8 घंटे का समय नष्ट हुआ और प्रश्न यहां तक उठने लग कि जिस प्रदेश का मुख्यमंत्री स्वयं संत है और उसके राज्य में ढाई सौ वर्ष पुरानी कानपुर की जगन्नाथ यात्रा बाधित हुई भगवान जगन्नाथ मंदिर के पुजारी दिवाकर शुक्ल ने बताया प्रभु की लीला अपरंपार है और प्रभु की कृपा से विलंब तो अवश्य हुआ लेकिन शोभायात्रा निकाली। इस अवसर पर महंत कृष्ण दास जी के साथ महंत जितेंद्र दास जी गोल्डन बाबा सुरेश दास जी अन्य संत समाज भी इस यात्रा में उपस्थित रहे।

टिप्पणियाँ