Customised Ads
जनपद कानपुर नगर ने निर्माणाधीन मल्टीपरपज हॉल की निर्माण कार्यों की गुणवत्ता का परीक्षण

कानपुर नगर। बुधवार 30अप्रैल 2025 (सूत्र/सूवि/पीआईबी) सूर्य उत्तरायण, बैशाख मास शुक्ल पक्ष की तृतीया (अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती), बसंत ऋतु २०८२ कालयुक्त नाम संवत्सर। आज मुख्य विकास अधिकारी महोदय की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा खेलो इण्डिया योजनान्तर्गत ग्राम मकसूदाबाद विकास खण्ड कल्यानपुर जनपद कानपुर नगर ने निर्माणाधीन मल्टीपरपज हॉल की निर्माण कार्यों की गुणवत्ता का परीक्षण व स्थलीय निरीक्षण किया गया। 

निरीक्षण दौरान मुख्य विकास अधिकारी महोदया द्वारा मल्टीपरपज हॉल की बॉल पैनलिंग की ऊंचाई बढाने, लगायी जाने पाली नाइका को आगणन के अनुरूप लगाये जाने के निर्देश दिये। मल्टीपरपज हॉल में सीढ़ियों पर रेलिंग अभी तक नहीं लगी है तथा हॉल के दोनों तरफ फ्लैप वाली जाली सहित एग्जॉस्ट लगाने के निर्देश दिये गये। होल की सीलिंग में अभी गैप फिलिंग का कार्य बाकी है उसको भी पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये गये। मैदान का समतलीकरण कराने एवं निर्माण कार्य फिनीशिंग के साथ कराने के निर्देश दिये गये। वॉशरूम में टाइल्स को बदलकर नये और बड़े साइज के टाइल्स लगाने के निर्देश दिये गये। कार्यदायी सरथा को निर्देशित किया गया कि समस्त कार्य शीघ्र व गुणवत्तापूर्ण तथा मानक के अनुरूप कराते हुए पूर्ण कराया जाये।

आर०आ०सी०सेन्टर मकसूदाबाद का निरीक्षणः-

विकास खण्ड कल्यानपुर के आर०आर०सी० सेन्टर, मकसूदाबाद का औचक निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के समय ग्राम पंचायत सचिव महेन्द्र गौतम उपस्थित थे। ग्राम विकास अधिकारी महेन्द्र गौतन द्वारा अवगत कराया गया कि इस आर०आर०सी० सेन्टर में 33 घरों का कुंडा एकत्र किया जा रहा है, जबकि इस ग्राम में 150 अधिक पर हैं। निर्देश दिये गये कि सभी घरों का कूड़ा एकत्र किये जाने हेतु ग्राम में रैली निकाली जाए तथा ग्रामवासियों को जागरूक करते हुए एक पक्ष में सभी घरों का अनिवार्य रूप से फूड़ा एकत्र कराया जाए। मौके पर सफाई कर्मियों द्वारा कूड़ा की छटाई की जा रही थी. कूड़े में सेनेटरी नैपकीन आदि के निस्तारण हेतु इन्सीनेटर की व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये। आर०आर०सी० सेन्टर में वर्मी कम्पोस्ट के गड्‌ढ़ों में केंचुओं के आने जाने हेतु होल्स नहीं बनाये गये है, जिन्हें बनाये जाने के निर्देश दिये गये। कम्पोस्ट का एक गड्‌या धंस गया है, जिसकी मरम्मत कराये जाने के निर्देश दिये गये। आर०आर०सी० सेन्टर का शौचालय अपूर्ण एवं अप्रयुक्त पाया गया।

गौवंश आश्रय स्थल मकसूदाबाद का निरीक्षणः-

गौवंश आश्रय स्थल मकसूदाबाद का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें 44 गौवंश संरक्षित है, जबकि इस गौशाला की क्षमता अधिक गौवंश को सरक्षित करने की है, ऐसी स्थिति में छु‌ट्टा गौवश को इस गौशाला की क्षमता के अनुसार सरक्षित करने के निर्देश ग्राम सचिव श्री महेन्द्र गौतम, ग्राम विकास अधिकारी को दिये गये अवगत कराया गया कि 5 दिवस से गौवंश को हराचारा नहीं दिया जा रहा है, इस सम्बन्ध में सम्बन्धित सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि इस मौसम में हरे चारे की उपलब्धता बाजार में न होने के कारण हराचारा गौवंशों को नहीं खिलाया जा रहा है इसके बदले में चोकर खिलाया जा रहा है। इस सम्बन्ध में निर्देश दिये गये कि हराचार के स्थान पर हरी सब्जियां जो सस्ते मूल्य पर उपलब्ध हो उनको गौवंशों को खिलाया जाए इसके साथ ही हरा चारा व सूबबूल गौवंश आश्श्रय स्थल में लगाये जायें तथा उनसे तैयार हराचारा पशुओं को दिया जा सके।

ग्रीष्म ऋतु के दृष्टिगत गौवंश के लू प्रबन्धन हेतु तिरपाल, फूस व जूट के बोरों का प्रबन्ध किया जाए अथवा आवश्यकतानुसार टिन शेड से चका जाए। गौवंश आश्रय स्थल में उपलब्ध खाद की पैकिंग कराकर उसकी विक्री कराये जाने के निर्देश दिये गये। भूसा घर में 20 कुन्तल भूराा मौके पर पाया गया, जिरो भूराा घर की क्षमता के अनुसार भूसा और क्रय किये जाने के निर्देश दिये गये। मौके पर चोकर पायी गयी। मौके पर उपस्थित केयर टेकर श्रीमती राजरानी द्वारा अवगत कराया गया कि एक बोरी चौकर प्रतिदिन गौवंश को दिया जाता है। मूसा घर की रंगाई-पुताई नहीं करायी गयी है तथा भूसा संग्रहण स्थल का मेन गेट भी पुराना है, निर्देश दिये गये कि इस गौवंश आश्रय स्थल के निर्माण हेतु जिनके द्वारा कार्य कराया गया है उनके द्वारा प्राक्कलन के अनुरूप भूसा घर व नेट की रंगाई-पुताई कराये तथा उक्त कार्य 10 दिवस में पूर्ण कराते हुए उसके फोटोग्राफ भी उपलब्ध कराये जायें। दैनिक पंजिका, पंचनामा रजिस्टर बनाया गया है जो मौके पर उपलब्ध पाया गया, किन्तु स्टाक पंजिका सचिव श्री महेन्द्र गौतम द्वारा उपलब्ध नहीं करायी गयी, निर्देश दिये गये कि दिनाक 01-05-2025 को पूर्वान्ह 10:00 बजे मुख्य विकास अधिकारी के कार्यालय में उपस्थित होकर अवलोकित करायी जाए।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मकसूदाबाद का निरीक्षणः-

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मकसूदाबाद का औचक निरीक्षण किया गया इस स्वास्थ्य केन्द्र में 42 स्टाफ है. जिसमें 08 कर्मचारी आकस्मिक अवकाश पर थे, डा० अर्चना सिंह जो आज की डे आफीसर भी हैं वह भी अनुपस्थित पायी गयी, उपस्थित प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कल्यानपुर के द्वारा अवगत कराया गया कि डा० अर्चना सिंह के आफ पर है तथा वह कोर्ट एवीडेन्स ने गयी है। योगेश हेल्थ सुपरवाइजर बिना अवकाश स्वीकृत कराये तथा बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थे, जिनका दिनांक 30-04-2025 का वेतन रोकने के निर्देश दिये गये। राघवेन्द्र श्रीमती नौनी का अवकाश प्रार्थना पत्र कार्यालय में था किन्तु रमन पाल तथा राजेश कुमार का अवकाश प्रार्थना-पत्र नहीं था प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को यह भी निर्देश दिये गये कि जिन कर्मचारियों के प्रार्थना-पत्र नहीं है, उनका भी निरीक्षण में अनुपस्थित मानते हुए स्पष्टीकरण प्राप्त किया जाय व उक्त विधि का वेतन आहरित न किया जाय। 

वार्ड में रोगियों के बिस्तर पर विधी हुई चादरें काफी गन्दी थीं, जिनके विषय में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के द्वारा अवगत कराया गया कि यह घुली हुयी है। मुख्य विकास अधिकारी महोदया के द्वारा डे कलर कोडिंग के अनुसार चादरों का प्रयोग न किये जाने के सम्बन्ध में गहरा रोष प्रकट किया गया। चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि दो-तीन वर्ष पूर्व कलर कोडिंग के अनुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी के यहां से बादरें मिली थीं। निर्देश दिये गये कि कलर कोडिंग के अनुसार ही मादरों का प्रयोग रोगियों के बिस्तर पर बिछाया जाय। आयुष्मान के सम्बन्ध में चिकित्सालय में कोई साइनेज नहीं लगाया गया हैं, जिससे आने वाले रोगियों को असुविधा होती है। निर्देश दिये गये कि आयुष्मान योजना से सम्बन्धित साइनेज लगवाये जायें। आयुष्मान मित्र से वार्ता की गयी उनके द्वारा बताया गया कि वह 70 वर्ष से अधिक आयु वाले 15 व्यक्तियों के कार्ड बनाये हैं, तथा निरीक्षण की तिथि में 3 अन्य रोगी आये थे, उनके आयुष्मान कार्ड नहीं बने थे जिस पर मुख्य विकास अधिकारी महोदया के द्वारा पूछा गया तो प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के द्वारा अवगत कराया गया कि 2 के आयुष्मान कार्ड नहीं बन सकते है तथा अन्य रोगी श्रीमती मालती पत्नी विमल कुमार का आयुष्मान कार्ड स्वीकृति हेतु लम्बित है। निर्देश दिये गये कि जो भी रोगी चिकित्सालय में भर्ती हो या उपवार हेतु आये, उनके आधार कार्य से चेक कर लिया जाए कि यह आयुष्मान कार्ड के लामार्थी तो नहीं है, यदि आयुष्मान कार्ड के लाभार्थी हो तो उनका इलाज आयुष्मान कार्ड के माध्यम से ही किया जाए।

उपरोक्त निरीक्षण के दौरान अतुल शुक्ला, सहय्यक विकास अधिकारी (पं०), विकास खण्ड कल्यानपुर साथ में रहे।

टिप्पणियाँ