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पनकी धाम के बड़े महान श्री श्री 1008 रमाकांत जी महाराज ब्रह्मलीन

कानपुर, शनिवार 9 मई 2020 । कानपुर शहर के प्राचीनतम मंदिरों में पनकी का हनुमान मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है इसी कारण पनकी स्टेशन का नाम भारत सरकार ने पनकी धाम रख दिया है आज पनकी धाम के बड़े महान श्री श्री 1008 रमाकांत जी महाराज ब्रह्मलीन हो गए।


आज प्रातः 11:00 बजे पनकी मंदिर के बड़े महन्त ने अपना शरीर त्याग कर अनंत काल की यात्रा में चले गए।


इस सूचना के पाते ही शहर में भक्त लोगों और उनके शिष्यों ने अंतिम दर्शन के लिए मंदिर प्रांगण में पहुंचे हालांकि लाॅक डाउन के चलते सामाजिक व्यक्तिगत दूरी को ध्यान में रखते हुए अंतिम दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी


अंतिम विदाई देने पहुंचे जिलाधिकारी डाॅ ब्रम्ह देव राम तिवारी, डीआईजी अंनत देव, प्रशासन के कई अधिकारी, राज्य मंत्री नीलिमा कटियार, विधायक सुरेन्द्र मैथानी, पार्षद गुड्डू अवस्थी, एडवोकेट चंद्रमोहन मिश्रा आदि ने नम आंखों से भक्तो ने श्रधांजलि दी


अत्यधिक भीड़ ना हो शहर मे जाम न लगजाए इस कारण शीघ्रता के साथ उनके पार्थिव शरीर को बिठूर ले जाया गया जहां पर उनका अंतिम संस्कार उनके उत्तराधिकारी महन्त कृष्ण दास जी महाराज ने किया।



आज महाराणा प्रताप जयंती है जोकि क्षत्रिय वंश और भारत के महा प्रतापी शूरवीर के रूप में है उसी प्रकार आध्यात्मिक जगत में पनकी के बड़े महन्त रमाकांत जी का कार्य अविस्मरणीय है


उनका कार्यकाल वर्ष 1964 से प्रारंभ हुआ जिसमें पनकी मंदिर का भव्य विस्तार हुआ जिसके कारण आज पनकी मंदिर में संस्कृत विद्यालय की स्थापना की जा सकी है उनके समर्पित सेवा भाव के चलते धार्मिक अनुष्ठान हुए और सफल रहे।


इसी क्रम में निवर्तमान सांसद सतीश मिश्रा ने पनकी मंदिर के प्रांगण का सुंदरीकरण कराया और दुकानों को पक्का बना कर दुकानदारो को सरल किस्तो पर आवंटित किया ताकि दुकानदारों और भक्तों को सरलता रहे। गाड़ी की पार्किंग के लिए समुचित व्यवस्था की गई जिसके कारण अब पनकी मंदिर के प्रांगण में भक्तों को बड़ी सरलता से बाबा के दर्शन हो जाते हैं।


पनकी मंदिर में बहुत ही पुरानी परंपरा चली आ रही है यहां पर दो महन्त मुख्य होते हैं



चौबे जी महाराजा छोटे महन्त के रूप में जिनका पिछले कुछ वर्ष पूर्व देहांत हो गया था तथा बड़े महन्त रमाकांत जी के रूप में अभी तक थे जिनके उत्तराधिकारी कृष्ण दास जी महाराजा है जबकि छोटे महन्त चौबे जी के उत्तराधिकारी जितेन्द्र दास जी है हालांकि इस पर कुछ विवाद भी सुनने में आता है वर्तमान में यही दो महन्त मुख्य रूप से है तथा अन्य पुजारी गण मंदिर की देखभाल करने के लिए कर्मचारी शिक्षक आदि लोग मंदिर के कामों को देखते हैं।


पिछले दिनों हनुमान रसोई का शुभारंभ हास्य कलाकार तथा राज्य के कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त राजू श्रीवास्तव के सहयोग से महन्त कृष्ण दास जी महाराज ने


विकलांगों और असहाय गरीबों को भोजन कराने के लिए किया गया था इस रसोई के माध्यम से निरंतर भोजन की व्यवस्था की जा रही थी हालांकि जब से देश में लाॅक डाउन लगा है तब से मोदी रसोई के माध्यम से सभी गरीबों जरूरतमंदों आदि को पका हुआ भोजन तथा कच्चे अन्न के पैकेट का वितरण क्षेत्रीय पार्षद, विधायक, सांसद, प्रशासन तथा संस्थाओं द्वारा किया जा रहा है।


 


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